पाटोदा के 750 परिवारों में ज्यादातर एडवांस टैक्स भरते हैं, पूरे गांव में सीसीटीवी कैमरे, स्कूलों में मुफ्त दूध https://ift.tt/32GCu29
(रवी गाडेकर) दीपावली पर किसी संस्था या व्यक्ति की ओर से जरूरतमंदों को कपड़े, मिठाई या पैसों की मदद करने की खबरें अक्सर पढ़ने में आती है। लेकिन गांव के सैकड़ों लोगों को आधे दाम में शक्कर देने वाला औरंगाबाद का नजदीकी पाटोदा गांव कुछ खास है।
हर बार कुछ नया करने के लिए पहचाने जाने वाले पाटोदा ने कोरोना संकट में शत-प्रतिशत टैक्स चुकाने वाले लगभग 750 परिवारों को 20 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से 25 किलो शक्कर देकर दीपावली की मिठास बढ़ा दी है। पूरा टैक्स चुका देने वाले परिवारों को आज भी गेहूं मुफ्त में पीसकर दिया जाता है। गांव वालों को मिनरल वाटर और नहाने के लिए गरम पानी की सुविधा भी दी जा रही है।
यह गांव औरंगाबाद शहर से 12 किलोमीटर दूर है। आधे दाम में शकर देने का आइडिया पूर्व सरपंच भास्कर पेरे का है। बाजार में 40 रुपये किलो मिलने वाली शक्कर पंचायत ने लातूर जिले की सिद्धेश्वर शुगर फैक्ट्री से 28 रुपये किलो के दर से खरीदी। फैक्ट्री से 100 क्विंटल शक्कर गांव तक लाने में प्रतिकिलो 2 रुपये और लगे। परिवारों से प्रति किलो के लिए 20 रुपये और 10 रुपये टैक्स से जमा रकम से लेकर यह पहल की गई। पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी पीएस पाटील ने कहा कि दिवाली पर लोगों को राहत देने के लिए पंचायत ने यह काम किया।
सालाना 30 लाख रुपये का टैक्स
गांववासियों को पहले से मुफ्त सुविधाओं का लाभ लेने की आदत नहीं है। सालभर का टैक्स अप्रैल की शुरुआत में 70% और 30% टैक्स जून में भर दिया जाता है। गांव में 750 परिवार हैं और कुल आबादी 1654 है। सालभर में करीब 30 लाख रुपए टैक्स जमा होता है। एक परिवार को कम से कम 4 हजार रुपये तक टैक्स चुकाना होता है।
घर जितना बड़ा होगा, उतना ही ज्यादा टैक्स लगता है। बिना किसी हिचकिचाहट टैक्स जमा होता है। पर्यावरण ग्राम समृद्धि योजना से आबादी से दुगने फलों का उत्पादन होता है। यही नहीं, स्कूल में ई-लर्निंग की सुविधा भी है।
गांव को राष्ट्रपति पुरस्कार मिल चुका है
पाटोदा को राष्ट्रपति पुरस्कार मिल चुका है। गांव के हर परिवार में कम से कम एक बैंक खाता है। हर व्यक्ति की सालगिरह पर उसका फोटो पंचायत बोर्ड पर लगाया जाता है। गांव में एक ही सार्वजनिक गणेशोत्सव मनाया जाता है। जन सहभागिता से छात्र-छात्राओं को ठंड के दिनों में मुफ्त दूध दिया जाता है। गांव में सीसीटीवी कैमरे और वाटर कूलर लगे हैं। पंचायत कार्यालय पूरी तरह एयरकंडीशंड है।
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