शारीरिक तौर पर विकलांग पर मानसिक तौर पर काफी समझदार है यह व्यक्ति, बिहार में टीकाकरण से पशुओं की मौत पर लोगों ने पशुपालन विभाग के कर्मियों को 9 घंटे बंधक बनाए रखा https://ift.tt/3n6Mjze
भीख मांगकर गुजारा करने वाला जालंधर का यह व्यक्ति चाहे शारीरिक तौर पर विकलांग है लेकिन मानसिक तौर पर काफी समझदार है। कुछ न होते हुए भी मास्क पहनकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। दूसरी तरफ मास्क न पहनने वाले लोगों को इसकी समझदारी का सबक लेना चाहिए क्योंकि मास्क पहनने से आप ही सुरक्षित रहेंगे।
लापरवाही की यह सजा
यह फाेटो हैरान तो जरूर करती है लेकिन अव्यवस्थाओं का यह तंत्र कई बार ऐसी तस्वीरों के लिए मजबूर करता है। इसके लिए कुछ शासन की लापरवाही जिम्मेदार है तो कुछ प्रशासन की...। प्रचार के दौरान जनप्रतिनिधि भी लोगों के गुस्से का शिकार हो रहे हैं तो लापरवाही पर कर्मचारियों को भी लोग नहीं छोड़ रहे हैं। यह तस्वीर है बिहार के मुजफ्फरपुर के रेपुरा गांव की जहां टीकाकरण से पशुओं की मौत पर लोगों ने पशुपालन विभाग के कर्मियों को 9 घंटे बंधक बनाए रखा।
हाईवे की पेट्रोलिंग गाड़ी हादसे में मृत गाय को रस्सी से बांध घसीटकर ले गई
ग्वालियर से शिवपुरी के बीच फोरलेन हाइवे पर आवारा मवेशियों को हटाने और हादसे में मौत होने पर शव व्यवस्थित तरीके से डिस्पोजल करने जिम्मेदार संबंधित टोल प्लाजा संचालित करने वाले कंपनी को दी गई है। लेकिन सतनवाड़ा में एक गाय की हादसे में मौत के बाद हाईवे पेट्रोलिंग गाड़ी से शव को बांधा और घसीटकर ले गए। इस क्रूरता का वीडियो वायरल होने के बाद एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर राजेश गुप्ता सफाई दे रहे हैं कि हाईवे पेट्रोलिंग गाड़ी से घसीटकर गाय का शव ले जाने के इस मामले में कार्रवाई करेंगे।
ट्रैक पर आई ट्रेन, फाटक के बीच फंसा वाहन
सीएसईबी चौक रेलवे फाटक पार करने की ऐसी हड़बड़ी की बीच में साहब का वाहन फंस गया। घटना बुधवार की दोपहर 12.23 बजे की है। डीएसपीएम प्लांट से खाली मालगाड़ी रेलवे स्टेशन की ओर जाने का संकेत मिलने पर गेटकीपर ने फाटक को एक-एक कर बंद कर रहा था। इसी बीच बुधवारी की ओर जा रही छत्तीसगढ़ शासन लिखा वाहन क्रमांक सीजी 02, 5524 के चालक ने फाटक पार करने की जल्दबाजी करते हुए फाटक की सीमा लाइन पार कर गया, तब तक सामने का फाटक बंद हो चुका था और पीछे का फाटक भी बंद हो गया। हालांकि वाहन में सिर्फ ड्राइवर सवार था।
अच्छी बारिश का असर
उज्जैन के जवासिया कुमार गांव में अधिकांश कुएं पूरे भर गए हैं। किसान अजय पटेल ने कहा खेत पर बने कुएं की पाल से पानी बाहर निकाला जा सकता है। यह सब अच्छी बारिश का असर है। एक जून से 30 सितंबर तक शहर में 1127 मिमी बारिश हुई। चार महीने में सबसे ज्यादा बारिश जुलाई में 522.2 मिमी दर्ज की गई। यह चार साल में इस अवधि में सबसे ज्यादा है।
भोपाल में 42.06 इंच होगा बारिश का नया कोटा
तीस सालों के बाद मानसूनी सीजन में भोपाल में सामान्य बारिश के कोटे को अपडेट किया गया है। अब बारिश का नया कोटा 42.06 इंच होगा। अभी तक यह 43.64 इंच था। यानी इसमें 1.58 इंच की कमी हुई है। इसकी वजह- मानसून सीजन में बारिश के दिनों की संख्या घटना है। क्योंकि अब पहले जैसी चार- पांच दिनों तक झड़ी नहीं लगती। लेकिन भारी या तेज बारिश के दिनों की संख्या बढ़ी है।
हर रोज पहुंच रहे 500 पर्यटक
लम्बे इंतजार के बाद कुंभलगढ़ का दुर्ग दुधिया रोशनी में नहाया हुआ दिखा। कोरोना महामारी के बीच चले लॉकडाउन के दौरान करीब 6 महीने पहले दुर्ग पर विभाग ने लाइटिंग बंद रखी थी। जो इन दिनों भ्रमण करने पहुंच रहे पर्यटकों के इजाफा के कारण शुरू कर दी गई। दुर्ग पर इस समय में हर रोज तीन सौ से पांच सौ पर्यटक पहुंच रहे हैं। महादेव मंदिर के पास बने लाइट एंड साउंड शो को अभी तक शुरू नहीं किया है। अब पर्यटक दिन में दुर्ग घूमने के बाद शाम को लाइटिंग भी देख सकेंगे। इसका समय शाम 7 से साढ़े सात बजे तक हैं।
ध्वनि की रफ्तार से तीन गुना तेजी से वार कर सकती है
भारत ने बुधवार को सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफल परीक्षण किया। ओडिशा के चांदीपुरा स्थित इंटिग्रेटेड टेस्ट रेंज से इसे सुबह 10.45 बजे दागा गया। डीआरडीओ के मुताबिक, यह मिसाइल ध्वनि की रफ्तार से तीन गुना तेजी से वार कर सकती है। इसकी रफ्तार करीब 3457 किमी. प्रति घंटे है। यह 400 किमी की रेंज तक निशाना लगा सकती है। ब्रह्मोस का नाम दो नदियों के नाम से लिया गया है, इसमें भारत की ब्रह्मपुत्र नदी का ‘ब्रह्म’ और रूस की मोसकावा नदी से ‘मोस’ लिया गया है।
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