50 साल पहले इंडियन एयरफोर्स में शामिल हुआ था भारत में बना पहला मिग-21; अमृतसर में दशहरे की खुशियां बदली मातम में https://ift.tt/2FFHtbf
लड़ाकू जेट मिग-21 को आज भले ही उड़ता ताबूत कहा जाता हो, यह इंडियन एयरफोर्स के लिए करिश्माई योद्धा से बढ़कर रहा है। आज का दिन बेहद खास है। 50 साल पहले आज ही भारत में बना पहला मिग-21 एयरफोर्स में शामिल हुआ था। इससे पांच-छह साल पहले मिग-21 एयरफोर्स में आ गए थे, लेकिन वे रूस में बने थे।
पिछले कुछ वर्षों में एयरफोर्स में क्रेशन और कैजुअल्टी में मिग-21 (Mikoyan-Gurevich) विमानों की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा रही है। इसी वजह से इनका नाम खराब हुआ है। यहां तक कि पुलवामा अटैक के जवाब में भारत ने जब पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी बेस पर एयर स्ट्राइक की तो तनाव बढ़ गया था। विंग कमांडर अभिनंदन का फाइटर जेट क्रैश हुआ तो वह भी मिग-21 ही था।
हकीकत यह है कि रूस और चीन के बाद भारत मिग-21 का तीसरा सबसे बड़ा ऑपरेटर है। 1964 में इस विमान को पहले सुपरसोनिक फाइटर जेट के रूप में एयरफोर्स में शामिल किया गया था। शुरुआती जेट रूस में बने थे और फिर भारत ने इस विमान को असेम्बल करने का अधिकार और तकनीक भी हासिल कर ली थी।
तब से अब तक मिग-21 ने 1971 के भारत-पाक युद्ध, 1999 के कारगिल युद्ध समेत कई मौकों पर अहम भूमिका निभाई है। रूस ने तो 1985 में इस विमान का निर्माण बंद कर दिया, लेकिन भारत इसके अपग्रेडेड वैरिएंट का इस्तेमाल करता रहा है।
सितंबर-2018 तक एयरफोर्स के पास तकरीबन 120 मिग-21 विमान थे। इन्हें 2021-22 तक सेवा से बाहर करना है। पर्याप्त संख्या में राफेल के साथ ही तेजस को एयरफोर्स में लाने के बाद ही मिग-21 को रिटायर किया जा सकेगा।
दो साल पहले दशहरे पर ट्रेन हादसा
2018 में 19 अक्टूबर को ही अमृतसर में दशहरे की खुशियां मातम में बदली थी। रेल की पटरी पर खड़े होकर रावण दहन देखने वाले 60 लोगों ने ट्रेन की चपेट में आकर अपनी जान गंवा दी थी। पीड़ित परिवारों को अब तक आरोपियों पर सख्त कार्रवाई का इंतजार है।
अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास दशहरा का आयोजन हो रहा था। रावण का पुतला जलाया जा रहा था। रेलवे ट्रैक पर लोग खड़े थे। तभी अचानक पठानकोट से आ रही डीएमयू ट्रेन उस ट्रैक पर खड़े सभी लोगों को रौंदते हुए चली गई और ट्रैक के इर्द-गिर्द लाशें ही दिखाई दे रही थीं। वहीं सामने ही रावण जल रहा था और लोग चीख रहे थे। इस हादसे में 60 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग हादसे में घायल हो गए थे।
इतिहास में आज की तारीख को इन घटनाओं के लिए भी याद किया जाता हैः
- 1630: बोस्टन में पहली बार आम अदालत का आयोजन हुआ था।
- 1722: फ्रांस के सी. होफर ने फायर फाइटर का पेटेंट कराया था।
- 1739: इंग्लैंड ने स्पेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
- 1745: गुलिवर ट्रैवल बुक लिखने वाले जोनाथन स्विफ्ट का निधन।
- 1910: एस्ट्रो-फिजिसिस्ट सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर का जन्म
- 1937: ब्रिटिश फिजिसिस्ट अर्नेस्ट रदरफोर्ड का निधन।
- 1943: चमत्कारिक एंटीबायोटिक स्ट्रेप्टोमायसिन का पहली बार पता चला। टीबी के खिलाफ यह डिफेंस की पहली लाइन बनी।
- 1950: चाम्बो का युद्ध खत्म हुआ। इसे चीन में लिबरेशन ऑफ तिब्बत भी कहा जाता है। यह युद्ध 6 अक्टूबर को तिब्बत और चीन के बीच शुरू हुआ था।
- 1956ः रूस और जापान ने हस्ताक्षर कर दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे युद्ध को अधिकारिक रूप से समाप्त किया था।
- 1960: नागरिक अधिकारों के लिए आंदोलन चलाने वाले अमेरिका के मार्टिन लूथर किंग-जूनियर को गिरफ्तार किया गया था।
- 2005ः इराकी स्पेशल ट्रिब्यूनल ने इराक के राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन और 7 अन्य के खिलाफ मानवता के खिलाफ अपराधों के केस का ट्रायल शुरू हुआ।
- 2012: सिएटल-बेस्ड स्टारबक्स ने मुंबई की एक ऐतिहासिक बिल्डिंग में भारत का पहला कॉफी हाउस खोला।
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