जल्द से जल्द फिल्मों की शूटिंग शुरू करने को तैयार प्रोड्यूसर्स, मगर सिनेमाघर मालिकों की चिंताएं फिलहाल नहीं होने वाली कम https://ift.tt/2EtuxV1
सरकार ने अनलॉक के मौजूदा हालातों में फिल्मों और सीरियलों की शूटिंग करने की सशर्त इजाजत दे दी है। जिसके बाद सेट पर सामाजिक दूरी के निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा। साथ ही इसके लिए एक संचालन प्रक्रिया यानी एसओपी भी जारी की गई है। सरकार के इस फैसले से प्रोड्यूसर्स में खुशी है।
प्रोड्यूसर्स एसओपी के नियमों को अपने लिए फ्रेंडली बता रहे हैं। हालांकि सिनेमाघर वालों का कहना है कि मौजूदा परिस्थितियों में भी अक्टूबर से पहले उनका काम शुरू नहीं हो सकेगा, क्योंकि हाल फिलहाल सिनेमाघर खुलने की कोई उम्मीद नहीं है।
कई फिल्मों की शूटिंग फिर से शुरू होगी
प्रोड्यूसर्स की सबसे बड़ी संस्था इम्पा के प्रमुख टीपी अग्रवाल ने बताया, 'सरकार ने मेकर्स को शूटिंग करने के लिए लचीले प्रावधान किए हैं। सुरक्षा के उपाय बरतने पर फोकस है। निर्माताओं पर अतिरिक्त खर्च के बोझ नहीं हैं। जैसा कि विभिन्न सिने वर्कर्स एसोसिएशनों ने अपने नियमों के जरिए निर्माताओं पर लाद दिया था। सिर्फ हमारे ही एसोसिएशन से 50 से 60 छोटे-बड़े प्रोजेक्ट की फिल्में अधर में लटकी हुईं थीं। वो सब फिर से शूट हो सकेंगी।'
60 प्लस एक्टर्स वाली बात अच्छी है
'शादी में जरूर आना' फेम निर्माता विनोद बच्चन ने भी एसओपी को प्रोड्यूसर्स फ्रेंडली बताया है। वो कहते हैं, 'खासकर 60 प्लस एक्टरों को खास ख्याल रखने की जो बात है, वह बड़ी अच्छी है। इसके लिए केंद्र सरकार का शुक्रिया अदा करता हूं।'
'लॉकडाउन और एसओपी पर स्थिति स्पष्ट न होने के चलते दर्जनों मेकर्स की फिल्में अटकी पड़ी थीं। मैं भी अब अपनी एक फिल्म 21 जनवरी से शुरू करने वाला हूं। पेंडेमिक को देखते हुए वो काम होगा। फिलहाल हम उसकी कास्टिंग पर काम कर रहे हैं। बाकी जो मेरी फिल्म शूट हो चुकी है, ‘गिन्नी वेड्स सन्नी’, वो नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो रही है। उसकी रिलीज डेट जल्द अनाउंस हो जाएगी।'
व्यवहारिक लग रही है गाइडलाइन
तनुज गर्ग ने बताया, 'गाइडलाइन्स व्यवहारिक लग रही है। बड़े और छोटे बाकी सारे प्रोड्यूसर्स को शूट करने में आसानी होगी। अब हम नवंबर से तापसी पन्नू और ताहिर राज भसीन के साथ ‘लूप लपेटा’ शुरू करेंगे। शूट हो जाने पर हम रिलीज डेट भी अनाउंस करेंगे।'
शैलेष आर सिंह ने कहा, 'हमारा अगला प्रोजेक्ट तो विकास दुबे पर बेस्ड फिल्म है। उस पर हम उनकी फैमिली से राइट्स ले चुके हैं। गाइडलाइन्स के बाद अब इसे शुरू करना आसान होगा।'
कुछ फिल्में तुरंत शुरू हो सकती हैं
ट्रेड पंडितों ने बताया, 'सरकारी दिशानिर्देश आ चुके हैं। ऐसे में मीडियम और स्मॉल बजट की फिल्में तो तुरंत शुरू हो जाएंगी। बड़े बजट की फिल्मों में पृथ्वीराज चौहान, गंगूबाई, पठान के भी शुरू होने के चांसेज हैं। वे सब स्टूडियो में इंडोर में शुरू होंगी। बाकी बड़े सितारे भी शूटिंग के लिए कमर कस सकते हैं, क्योंकि अक्टूबर से वैक्सीन मिलना शुरू हो सकती है।
'इनफैक्ट पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया यानी डीजीसीआई से अनुमति मिल गई है। उस कंपनी ने भारत में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित की गई वैक्सीन के मानव ट्रायल के दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल की अनुमति मांगी थी। जाहिर है, अक्टूबर बाद से शूटिंग में और तेजी आएगी।'
सिनेमाघर वालों की चिंता बरकरार
फिल्म निर्माताओं और ट्रेड पंडितों की बातों से मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया भी इत्तेफाक रखता है। उसके सेक्रेटरी ड्यानदास चपहल्कर कहते हैं, 'सरकार ने शूटिंग की इजाजत तो दे दी है। पर सिनेमाघरों का उसमें जिक्र नहीं है। उसकी वजह है कि जब तक फुल फ्लेज्ड वैक्सीन नहीं आती, तब तक लोग सिनेमाघरों में नहीं आएंगे।'
सिर्फ भरोसे पर सिनेमाघर नहीं खोल सकते
आगे उन्होंने कहा, 'हम भी इस वक्त तो सिनेमाघर खोलने के स्थिति में नहीं हैं। वो इसलिए कि जो फिल्में बनकर तैयार हैं, उनके निर्माता भी हमें अश्योरेंस नहीं दे रहे कि वो हमें नई फिल्में देंगे ही। उनकी ओर से यही कहा जा रहा कि आप पहले सिनेमाज ओपन करो, फिर हम कुछ बताएंगे। इस अश्योरेंस पर हम कैसे सिनेमाज ओपन कर सकते हैं।'
'फिलहाल हम एक अक्टूबर का ही वेट कर रहे हैं। तब तक भारत में वैक्सीन सप्लाई शुरू होने के पूरे चांसेज हैं। बल्कि सितंबर से ही वैक्सीन मिलनी शुरू हो जाएंगी। जैसा सीरम इंस्टीट्यूट वालों का दावा है। साथ ही उसे डीसीजीआई से परमिशन मिल ही गई है। अच्छी चीज यह है कि फिल्मों की शूटिंग शुरू होने से नए कंटेंट की कमी नहीं रहेगी। साथ ही ओटीटी पर पहले जाने से फिल्मकारों को वैसा बेनिफिट नहीं हुआ है, जैसा सिनेमाघरों के विंडों पर होता था।'
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
कोई टिप्पणी नहीं