पीएम मोदी आज सातवीं बार लाल किले से तिरंगा फहराएंगे, अटलजी को पीछे छोड़ देंगे; नेहरूजी ने सबसे ज्यादा 17 बार झंडा फहराया था https://ift.tt/2PW5Zqa
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 74वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से शनिवार को सातवीं बार तिरंगा फहराएंगे। इसके साथ ही वे अटल बिहारी वाजपेयी को पीछे छोड़ देंगे। अटलजी पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 6 बार लाल किले पर तिरंगा फहराया था। लाल किले पर सबसे ज्यादा बार तिरंगा फहराने वाले प्रधानमंत्रियों की लिस्ट में मोदी चौथे नंबर पर आ जाएंगे।
प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सबसे ज्यादा 17 बार लाल किले से झंडा फहराया था। दूसरे नंबर पर इंदिरा गांधी हैं, जिन्हें 16 बार यह मौका मिला। जबकि मनमोहन सिंह (10 बार) तीसरे नंबर पर हैं। वहीं, राजीव गांधी ने 5 बार लाल किले से झंडा फहराया था।
पहले स्वतंत्रता दिवस पर 16 अगस्त को फहराया गया था तिरंगा
14-15 अगस्त की रात को भारत को आजादी मिली थी, लेकिन पहले स्वतंत्रता दिवस पर 15 अगस्त को नहीं, बल्कि 16 अगस्त को लाल किले पर तिरंगा फहराया गया था। इसके बाद से ही हर साल लाल किले से तिरंगा फहराने की परंपरा शुरू हुई।
प्रधानमंत्री | कार्यकाल | कितनी बार तिरंगा फहराया? |
जवाहरलाल नेहरू | अगस्त 1947 से मई 1964 | 17 बार : 1947-1963 |
लाल बहादुर शास्त्री | जून 1964 से जनवरी 1966 | 2 बार : 1964-1965 |
इंदिरा गांधी | जनवरी 1966 से मार्च 1977 और जनवरी 1980 से अक्टूबर 1984 | 16 बार : 1966-1976 और 1980-1984 |
मोरारजी देसाई | मार्च 1977 से जुलाई 1979 | 2 बार : 1977-1978 |
चरण सिंह | जुलाई 1979 से जनवरी 1980 | 1 बार : 1979 |
राजीव गांधी | अक्टूबर 1984 से दिसंबर 1989 | 5 बार : 1985-1989 |
वीपी सिंह | दिसंबर 1989 से नवंबर 1990 | 1 बार : 1990 |
पीवी नरसिम्हा राव | जून 1991 से मई 1996 | 5 बार : 1991-1995 |
एचडी देवेगौड़ा | जून 1996 से अप्रैल 1997 | 1 बार : 1996 |
इंद्रकुमार गुजराल | अप्रैल 1997 से मार्च 1998 | 1 बार : 1997 |
अटल बिहारी वाजपेयी | मई 1996 से जून 1996 और मार्च 1998 से मई 2004 | 6 बार : 1998-2003 |
मनमोहन सिंह | मई 2004 से मई 2014 | 10 बार : 2004-2013 |
नरेंद्र मोदी | मई 2014 से अब तक | 6 बार : 2014-2019 |
गुलजारीलाल नंदा और चंद्रशेखर ऐसे प्रधानमंत्री, जिन्हें यह मौका नहीं मिला
गुलजारीलाल नंदा दो बार 13-13 दिन के लिए प्रधानमंत्री बने। पहली बार 27 मई से 9 जून 1964 तक और दूसरी बार 11 जनवरी से 24 जनवरी 1966 तक कार्यवाहक प्रधानमंत्री रहे। वहीं, चंद्रशेखर 10 नवंबर 1990 से 21 जून 1991 तक करीब 8 महीनों तक प्रधानमंत्री रहे। लेकिन, इन दोनों को लाल किले से झंडा फहराने का मौका नहीं मिला।
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