मेंटल हेल्थ के लिए 5 बातें बहुत अहम; ऐसे काम करें जो खुशी दें, क्वारैंटाइन स्ट्रेस को लोगों से बातचीत और एक्सरसाइज करके खत्म करें https://ift.tt/32RRhbc
कोरोनावायरस के कारण लोग मानसिक रूप से ज्यादा परेशान हुए हैं, जबकि मेंटल हेल्थ को बनाए रखना बेहद जरूरी है, क्योंकि यह हमारे सोचने, महसूस करने और काम करने की ताकत को प्रभावित करती है। इसके साथ ही इसका सीधा असर तनाव, रिश्तों और फैसले लेने पर भी पड़ता है।
इमरजेंसी के दौर में पहले से मानसिक रूप से बीमार लोग ज्यादा मुश्किल में हैं। ऐसे लोगों को अपना इलाज जारी रखना चाहिए और अपने लक्षणों को मॉनिटर करना चाहिए। डिप्रेशन, चिंता या घबराहट, बाय-पोलर डिसऑर्डर जैसी मानसिक परेशानियां व्यक्ति की काम करने की क्षमताओं पर असर डालती हैं। यह परेशानियां शॉर्ट टर्म या लॉन्ग टर्म हो सकती हैं।
तनाव से बचने के कुछ हेल्दी तरीके-
1. कोविड 19 को लेकर सतर्क रहें
बीमारी के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी रखें। अगर आपको लग रहा है कि आप बीमार हैं तो कोई भी इलाज शुरू करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दिनभर मिलने वाली कोरोनावायरस की खबरों से थोड़ा दूरी बनाकर रखें। महामारी से जुड़ी खबरों से अपडेट रहें, न कि पूरा दिन केवल इससे जुड़े समाचार देखते रहें। दिनभर के न्यूज इन टेक को सीमित कर दें।
2. इमोशनल हेल्थ का ध्यान रखें
सबसे ज्यादा जरूरी है मानसिक तौर पर मजबूत होना। अगर आप मेंटली हेल्दी हैं तो आप चीजों को बेहतर ढंग से समझ पाएंगे और निर्णय ले पाएंगे। इमोशनल हेल्थ बनाए रखना परिवार के लिहाज से भी जरूरी है। क्योंकि इसी के कारण आप अपनी और परिवार की जरूरतों और सुरक्षा को लेकर प्रतिक्रिया कर पाएंगे। अपनी इमोशनल हेल्थ का ध्यान रखें।
3. शरीर का ध्यान रखें
दिमाग के साथ-साथ शरीर का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। खासतौर से इस दौर में जब लोग पहले से ज्यादा वक्त घरों में गुजार रहे हैं। ज्यादा खाने और आराम के बाद एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी हो जाता है। फिटनेस एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लगातार वर्कआउट के बाद भी शरीर में आलस तैयार होने के लिए 24 घंटे काफी होते हैं। ऐसे में घर में रहकर ही गहरी सांस, स्ट्रेचिंग और ध्यान लगाएं। हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट लें और नियम से एक्सरसाइज करें। इसके अलावा भरपूर नींद लें और ज्यादा नशे से बचें।
4. खुद को खुश रखें
काफी समय से घर में ही रह रहे लोगों के पास करने के लिए एक्टिविटीज ही नहीं हैं। ऐसे में लगातार लंबे वक्त से एक ही रुटीन फॉलो करते आ रहे लोग मानसिक तौर पर खुद को फंसा हुआ महसूस कर रहे हैं। ऐसे में घर में ही रहकर अपने लिए नई चीजें खोजें। वो काम करें जो आपको खुशी दें। छोटी-छोटी चीजों को फैमिली एक्टिविटीज में बदल दें और इसमें बच्चों को भी शामिल करें।
5. दूसरों से जुड़ें
इंसान सामाजिक प्राणी है और मानसिक तौर पर स्वस्थ्य रहने के लिए लोगों से मुलाकात बहुत जरूरी होती है। जबकि कोरोनावायरस ने सबसे ज्यादा नुकसान सोशल बिहेवियर को ही पहुंचाया है। लोग डर या सुरक्षा के कारण एक-दूसरे से खुलकर नहीं मिल पा रहे हैं। इस दौरान आप टेक्नोलॉजी का सहारा ले सकते हैं।
वीडियो कॉल्स के जरिए आप लोगों के संपर्क में रहें। अगर परिवार में बुजुर्ग हैं और आपसे दूर रहते हैं तो वीडियो कॉल के जरिए उनसे बात करें। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, फोन पर बातचीत और चेहरा देखकर बात करने में फर्क होता है। टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल क्रिएटिव तरीके से करें।
आत्महत्या के मामलों में इजाफा
जीवन के अनुभव किसी व्यक्ति के सुसाइड को जोखिम को प्रभावित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए हिंसा, चाइल्ड एब्यूज या बुलिंग से गुजर चुके लोगों में सुसाइड की आशंका ज्यादा होती है। इसके अलावा आइसोलेशन, डिप्रेशन, चिंता और दूसरे इमोशनल स्ट्रेस या आर्थिक परेशानी सुसाइड रिस्क को बढ़ाती हैं। महामारी के दौरान लोग इस तरह की चीजों को ज्यादा महसूस कर रहे हैं।
हालांकि, आत्महत्या के ख्याल से बचने के भी कई रास्ते हैं। परिवार और समाज का सपोर्ट, जुड़े होने का एहसास और थैरेपी खुदकुशी के विचार को कम करने में मदद कर सकती हैं।
कोविड 19 और भोजन
स्ट्रेस से बचने के लिए अपने शरीर की देखभाल अच्छे पोषण से करें। डायट्री सप्लीमेंट्स कोविड 19 के इलाज या बचाव के लिए नहीं हैं। विटामिंस सी, डी और जिंक जैसे कुछ विटामिंस और मिनरल्स का असर इम्यून सिस्टम के काम करने के तरीके पर पड़ सकता है।
इन पोषक तत्वों कोपाने का सबसे अच्छा तरीका भोजन है। आपको विटामिन-सी फल और सब्जियों से, विटामिन-डी लो फैट दूध, सीफूड और जिंक सीफूड, फलियों, नट और बीज से मिल सकता है। अगर आप विटामिन और डायट्री सप्लीमेंट्स लेने के बारे में विचार कर रहे हैं तो पहले फार्मासिस्ट, डायटीशियन और दूसरे हेल्थ केयर एक्सपर्ट्स से सलाह लें। खासतौर से तब जब आप इन्हें दूसरे भोजन या दवाओं के साथ मिलाकर ले रहे हों।
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