देश में हर तीन संक्रमितों से दो पुरुष, लेकिन मौतें महिलाओं की ज्यादा; हर 100 महिला मरीजों में से तीन की मौत हो रही
कोरोनावायरस के संपर्क में आने वाली महिलाओं को पुरुषों की तुलना में मौत का ज्यादा खतरा है। ऐसा दावा जर्नल ऑफ ग्लोबल हेल्थ साइंस की स्टडी में किया गया है। इस स्टडी में 20 मई तक का डेटा लिया गया है। इसके मुताबिक, 20 मई तक देश में पुरुषों में फैटेलिटी रेट 2.9% और महिलाओं में 3.3% थी। यानी, हर 100 महिला मरीजों में तीन से ज्यादा महिलाओं की मौत हो रही थी। जबकि, हर 100 पुरुष मरीजों में से ये आंकड़ा तीन से भी कम था।
स्टडी के मुताबिक, 20 मई तक 1 लाख 12 हजार से कोरोना संक्रमित थे। जबकि, हर तीन संक्रमितों में से एक महिला थी।
80 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को ज्यादा खतरा
कोरोनावायरस को लेकर शुरू से ही ऐसा कहा जा रहा है कि इससे बुजुर्गों को ज्यादा खतरा है। कई स्टडी में भी ये बात साबित हो चुकी है। 20 मई तक देश में फैटेलिटी रेट 3.1% थी। यानी, 100 मरीजों में से 3.1 मरीज कोरोना से दम तोड़ रहे थे।
वहीं, हर उम्र के हिसाब से फैटेलिटी रेट भी अलग-अलग है। 80 साल तक की उम्र के पुरुष मरीजों में फैटेलिटी रेट महिलाओं की तुलना में ज्यादा था। लेकिन, 80 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं में फैटेलिटी रेट पुरुषों से ज्यादा था।
80 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं में फैटेलिटी रेट 25.3% था। जबकि, पुरुषों में फैटेलिटी रेट 20.5% था। जबकि, इस उम्र से ज्यादा के दोनों मरीजों का फैटेलिटी रेट 22.2% था। यानी, 80 साल से ज्यादा उम्र के हर 100 कोरोना मरीजों में से 22 से ज्यादा की मौत हो रही थी।
हालांकि, इस स्टडी में कोरोना से पुरुषों की तुलना महिलाओं की ज्यादा मौत होने का कारण नहीं बताया गया है।
20 मई तक संक्रमितों में 65% से ज्यादा पुरुष थे
स्टडी के मुताबिक, 20 मई तक देश में 1 लाख 12 हजार 27 कोरोना संक्रमित थे। जबकि, 3 हजार 433 लोगों की मौत हो चुकी थी। संक्रमितों में से 65% से ज्यादा यानी 73 हजार 654 पुरुष मरीज थे। 38 हजार 373 महिलाएं थीं। मरने वालों में भी 63% से ज्यादा पुरुष ही थे।
लेकिन, महिला संक्रमित मरीजों में से 1 हजार 268 की मौत हो गई थी। जबकि, 2 हजार 165 पुरुष मरीजों की मौत हुई थी। इसलिए संक्रमितों में महिलाओं की संख्या भले ही पुरुषों के मुकाबले कम हो, लेकिन मौतों का प्रतिशत महिलाओं का ज्यादा था।
लेकिन, दुनिया के 47 देशों में कोरोना से पुरुषों की मौत ज्यादा
- ग्लोबल हेल्थ 50/50 के पास 47 देशों का डेटा है। ये वो देश हैं, जो अपने यहां कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों का जेंडर वाइज डेटा जारी करते हैं। इसके मुताबिक, इन सभी 47 देशों में महिलाओं की तुलना मे पुरुषों की ज्यादा मौत हुई है।
- इंग्लैंड में 3 जून तक 35 हजार 430 मौतें हुई हैं। इनमें 57% पुरुष हैं। इटली में भी 3 जून तक 32 हजार 354 मौतें हुई, जिसमें 59% पुरुष हैं। वहीं, चीन में 28 फरवरी तक हुई 2 हजार 114 मौतों में से 64% पुरुष हैं।
पुरुषों की मौत ज्यादा, उसके तीन कारण
1. बीमारी : कोरोना से होने वाली मौतों को लेकर कहा जा रहा है कि जिस व्यक्ति को पहले से कोई गंभीर बीमारी है, उसमें मौत का खतरा ज्यादा है। ग्लोबल हेल्थ 50/50 के मुताबिक, महिलाओं के मुकाबले पुरुष गंभीर बीमारियों से ज्यादा जूझते हैं। हर एक लाख आबादी में से 2,776 पुरुष और 1,534 महिलाओं को दिल की बीमारी है। इसी तरह हर लाख में से 1,924 पुरुष और 1,412 महिलाओं को स्ट्रोक का खतरा है।
2. स्मोकिंग रेट : महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा स्मोकिंग करते हैं। सिगरेट-बीड़ी के अलावा किसी न किसी तरह के तंबाकू का सेवन करने में भी पुरुष आगे हैं। पुरुषों में स्मोकिंग रेट 36% से ज्यादा है, जबकि महिलाओं में ये 7% है।
3. एल्कोहल : शराब पीने के मामले में भी पुरुष महिलाओं से आगे हैं। 2016 तक के आंकड़े बताते हैं कि 15 साल से ऊपर के पुरुष हर साल औसतन 10.5 लीटर शराब पी जाते हैं। जबकि, महिलाएं सालाना 2.3 लीटर शराब पीती हैं।
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